शुक्रवार, 15 मई 2020

PM CARES FUND क्या है ?

PM CARES FUND क्या है ?

PM CARES Fund किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बनाया गया है , जैसे कोविड - 19 बीमारी में प्रभावितो को राहत प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह 28 मार्च 2020 को बनाया गया।

इस फण्ड में व्यक्तियों / संगठनों को पूर्ण स्वैच्छिक योगदान होता है और इसे किसी भी प्रकार की बजटीय सहायता नहीं मिलती है। इस फण्ड में दान आयकर अधिनियम 1961 के तहत 100 % छूट के लिए 80 G लाभ लेने के लिए योग्य होंगे और कंपनी अधिनियम 2013 के तहत कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) के रूप में गिना जायेगा। इस फण्ड मई 10 रुपये से दान केर सकते है।

PM CARES Fund के उद्देश्य :-

  • महामारी से उत्पन्न आपातकाल और अन्य प्रकार क कोई भी आपातकाल , मानवीकृत या प्राकृतिक आपदा या संकट से संबंधित किसी भी प्रकार की राहत या सहायता का कार्य करना , जैसे की बुनियादी ढांचे का विकास करना आदि। 
  • वित्तीय सहायता प्रदान  करने के लिए। 
यह एक प्रकार का ट्रस्ट है और इसके सदस्य है :-
  • प्रधानमंत्री , गृह मंत्री , रक्षा मंत्री और वित् मंत्री , प्रधानमन्त्री इसके अध्यक्ष है। 
  • प्रधानमंत्री के पास तीन और व्यक्तियों नामित करने की शक्ति है जोकि अनुसंधान , विज्ञान , स्वास्थ्य , सामाजिक कार्य , कानून , लोक प्रशासन में प्रतिष्ठित व्यक्ति होंगे। 
  • इसमें नियुक्त व्यक्ति निःशुल्क कार्य करेंगे। 

PM CARES Fund में दान कैसे करें ?

  • नेट बैंकिंग द्वारा  [Net Banking (SBI and other commercial Banks)]
  • कार्ड द्वारा  [Card Paymens – SBI ATM-cum-Debit Card, Other Bank Debit Cards, Credit Card, Prepaid Card, Foreign Card]
  • अन्य  प्रकार से [ SBI Branch, NEFT/RTGS]
PM CARES Fund का ऑडिट कौन कर सकता है ?

इस फण्ड को नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (C & AG ) ऑडिट नहीं कर सकता है। क्यूंकी इसमें दान लिया जाता है और यह एक प्रकार का धर्मार्थ संस्था है तथा इसका परिक्षण करने का अधिकार नियंत्रक और महालेखा परीक्षक के पास नहीं है। 
इस फण्ड को नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (C & AG ) ऑडिट कर सकते हैं अगर इस फण्ड के न्यासी इसे ऐसा करने को  कहते हैं। 
इस फण्ड का परिक्षण स्वतंत्र लेखा परीक्षकों द्वारा किया जा सकता है अगर इस फण्ड के न्यासी ऐसा कहते हैं। 



रविवार, 10 मई 2020

म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट ..... क्या सही है ❓

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश की सोच रहे है तो आप का स्वागत है।आईये पहले जानते हैं कि म्यूच्यूअल फण्ड क्या है , कैसे काम करता है।  


म्यूच्यूअल फण्ड क्या है ?

म्यूच्यूअल फण्ड में कम्पनियाँ निवेशकों से पैसे लेती है और इस पैसे को ज्यादा से ज्यादा मुनाफा अर्जित करने के लिए आगे अलग - अलग जगह निवेश किया जाता है। निवेश के साधन म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकार पर निर्भर करते है जैसे की इक्विटी वाले कंपनी के शेयर में पैसा लगाते है वहीँ डेब्ट वाले कंपनी के ऋणपत्रों में , निवेश कहाँ होगा यह म्यूच्यूअल फण्ड के दस्तावेज मे पहले से ही दर्शाया जाता है, और यह म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकार पर भी निर्भर करता है। 
म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकार निम्नलिखित हैं  :-












अब हम अपने विषय की ओर बढ़ते हैं 

म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट। ..... क्या सही है ?

पिछले दिनों Frankline Templeton द्वारा 6 डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम को बंद करने की खबरें आ रहीं थी , इससे बहुत से लोगो को झटका लगा।  अब इस खबर से निवेशकों पर क्या असर पड़  सकता है इसके बारे में काफी बहस भी हो रही है क्योंकि यह भारत में पहली बार हो रहा है जब कोई म्यूच्यूअल फण्ड इस तरह का निर्णय ले रहा है। इन फंड्स का अस्तित्व तब तक खत्म हो जाएगा, जब तक कि इनकी बिक्री नहीं हो जाती, तब तक ये बंद हो जाएंगे और तब तक इनमे किसी तरह की खरीद नहीं कर सकता ।FRANKLINE TEMPLETON ज्यादा रिटर्न लेने के लिए कम रेटेड बांड्स मे निवेश कर दिया था। वैसे  तो इस तरह के बांड्स ज्यादा रिटर्न देते है पर इनपे भी कोविड 19 का बुरा प्रभाव पड़ा है।  अब इसमें प्रश्न उठता है कि निवेशकों के पैसे का क्या होगा ?
जैसे कि कंपनी ने इन फण्ड मे रेडेमशन रिक्वेस्ट लेना बंद कर दी है तो अब इसमें निवेशकों के पास अभी भी पोर्टफोलियो में फण्ड की इकाइयां रहेगी और या तो बांड्स के मूल्य ऊपर जाने का इंतज़ार करना होगा या फिर फण्ड में पड़े बांड्स की परिपक्वता का। जिससे कम से कम मूलधन के आने की सम्भावना है। 
अब इस घटना क्रम से मन में संशय पैदा होता है कि म्यूच्यूअल फण्ड क्या सचमुच सही है। 

निष्कर्ष 

उपरोक्त घटनाक्रम बहुत से सवाल दिमाग में उकेरता है कि क्या म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के लिए उचित है। अब इससे CriTicS "KUMAR " की राय यही बनती है कि सभी अण्डे एक ही टोकरी में न रखें मतलब की पोर्टफोलिओ इस तरह से बनाएं की अगर एक नुक्सान भी दे तो दूसरी जगह से अच्छे रिटर्न आ जाये। आप अपना निवेश बहुत सोच समझ करें वैसे भी कहते हैं। 
" सुनो सबकी करो मन की "




अगर आपको लेख पसंद आया तो कृपया कॉमेंट जरूर करे और किसी भी प्रकार का कोई सुझाव हो तो भी लिख सकते है। धन्यवाद। 







शनिवार, 9 मई 2020

कोरोना, COVID 19, जनता कर्फ्यू, Lockdown 2.0 , Lockdown 3.0

कोरोना क्या है ?


कोरोना वायरस RNA वायरस है जो की स्तनधारी जंतुओं व पक्षियों में पाया  जाता है और आदमियों में ये श्वसन तंत्र में संक्रमण करता है। कोरोना परिवार में कुछ दादा- पड़दादा भी मौजूद है जैसे कि SARS, MERS और अब नया इनका बच्चा भी आ गया है जिसे अब COVID 19 कहते हैं।  इनका परिवार बहुत ही ज्यादा चालाक है और जीवों के हिसाब से बीमारी फैलते हैं जैसे कि मुर्गियों मे ऊपरी श्वशन पथ की बीमारी जबकि गायों और सूअर में दस्त और तो और आदमियों में श्वसन संक्रमण करता है। अभी तक इसकी रोकथाम को लेकर कोई भी दवा नहीं है। 

जनता कर्फ्यू क्यों और कब ?

कोरोना वायरस से 2019 के अंत में चीन से शुरुआत हुई और फिर WHO ने इसे महामारी घोषित करने में देर कर दी और तब तक तो इसने इटली को पूरी तरह दबोच लिया था अब यह भारत को भी डरा रहा था भारत के भी शेयर बाजार इस बात की ओर इशारा कर रहे थे ,फिर भी भारत देश अपनी जिंदगी की भागदौड़ में व्यस्त था और क्यों न होता ? भारत एक विकाशसील देश है और लोग भी इतने जागरूक नहीं है। भारत में पहला केस जनवरी 2020 के अंत में आ चूका था फिर भी देश पूरी तरह से सभी कार्यकलापों के लिए खुला रहा , फिर भी सरकार ने कम से कम सक्रियता के नाम पर मोबाइल नंबर पर कोरोना के बचाव वाली रिंगटोन लगा दी थी पर हो भी सकता है सरकार बैक ऑफिस बहुत कार्य कर रही होगी  लोगो को तो नहीं पता।  बैक ऑफिस कुछ कार्य होता भी तो बाद में पि. पि. इ. किट की कमी की खबरे न आती। कोरोना केस शुरू में धीरे धीरे बढ़े बाद में रफ़्तार तेज़ हो गई। आखिर जब कोई दूसरा उपाय सरकार के पास नहीं बचा तो जनता कर्फ्यू  रविवार के दिन लगा दिया गया , वैसे भी उस दिन किसी के पास कुछ भी नहीं था ज्यादा करने को तो सभी ने ख़ुशी ख़ुशी सरकार का साथ दिया और शाम के समय थाली, ताली , शंख व घण्टिया  बजा दी।  इसमें भी कुछ लोगो ने तो जुलुस ही निकाल दिए , यह सब शायद  अति आत्मविश्वास के कारण हो गया अब इसे आत्मविश्वास कहें या अन्धविश्वास , उन्हें लगता होगा कि जलूस में नारे लगाने से कोरोना भाग जायेगा या फिर कोरोना के स्वागत करने को जलूस निकाला गया होगा। 

लॉकडाउन  की जरूरत क्यों पड़ी ?

कोरोना की बीमारी का कोई इलाज़ नहीं है और इस बीमारी से एहतियात में ही बचा जा सकता है और जब सरकार ने देखा की लोग कोरोना को समझ नहीं पाये है खासकर पढ़े लिखे लोग भी जनता कर्फ्यु में जुलूस निकालने लग गए थे उनको सोशल डिस्टन्सिंग का महत्व ही समझ नहीं आ रहा था तो मोदी जी को मजबूरन फिर से लोगों के सामने आकर लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी फिर भी देशव्यापी घोषणा से पहले ही बहुत सी राज्य सरकारों ने अपने अपने राज्यों में कर्फ्यु लगाने की घोषणा कर चुकी थी।  हिमाचल  सरकार भी इनमें से 1 थी।  

लॉकडाउन भी कोविड - 19 की बीमारी को काबु करने में असफल रहा और इसमें भी लोगों की मूर्खता ही प्रमुख कारण रही जैसे कुछ लोग दूसरी जगहों से बिना किसी की जानकारी के आ गए और इसमे इनकी मदद करने को हमारे ड्राइवरों ने की और तो और कुछ लोग तो पैदल ही कई सैकड़ो किलोमीटर के सफर करके आ गए  इसी कारण अब लॉकडाउन 2.O और लॉकडाउन 3.0 तक ये प्यारा भारत देश पहुंच गया है।


कोरोना से बचाव 

कोरोना  की अभी तक दवाई नहीं होने के कारण एहतियात ही इससे बचाव में सहायता कर सकती है , इनमें प्रमुख एहतियात इस प्रकार है :-

  1. अपने हाथों को अक्सर साफ करें। साबुन और पानी का उपयोग करें, या शराब आधारित सेनिटाईजर का उपयोग करें। 
  2. खांसी या छींकने वाले किसी से भी सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
  3. अपनी आंखों, नाक या मुंह को न छुएं।
  4. खांसने या छींकने पर अपनी नाक और मुंह को अपनी मुड़ी हुई कोहनी या एक ऊतक से ढक लें।
  5. यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैं तो घर पर रहें।
  6. यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होती है, तो चिकित्सा पर ध्यान दें। और डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। 
  7. अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के निर्देशों का पालन करें।
  8. आरोग्य सेतु एप्प अपने मोबाइल फ़ोन में इनस्टॉल करें। 
  9. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काम करें इसके लिए भारत के आयुष मंत्रालय के निर्देशों का पालन कर सकते है। 

* सभी कोरोना सेनानियों का जैसे की डॉक्टर्स,नर्सेज ,पुलिस , बिजली -पानी कर्मी और सभी लोगों को नमन जो इस बीमारी में सबकी मदद कर रहे है। 
ध्यान से पढ़ने के लिए # धन्यवाद , 
कृपया COMMENT में अवश्य इस लेख में और सुधार हेतु लिखें। 
आपका बहुत बहुत स्वागत व आभार। 



PM CARES FUND क्या है ?

PM CARES FUND क्या है ? PM CARES Fund किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बनाया गया है , जैसे कोविड - 19 बीमारी में प्रभा...